प्रियवर,
कृपया नीचे संलग्न किये गये पोस्ट का अवलोकन करें, जिसमें विशद रूप में यह चर्चा की गयी है कि हिंदी में 'गया गये गयी गयीं' आदि क्रिया रूपों का प्रयोग ही उपयुक्त है। इन्हें स्वर से लिखने पर अन्य या विदेशी भाषी छात्रों को सीखने में कठिनाई ही नहीं होती, बल्कि भाषा प्रौद्योगिकी काम नहीं कर पाती। चूँकि इससे वाक्यगत संबंध स्पष्ट नहीं होता, उच्चारण का अंतर मिट जाता है, वर्तनी की एकरूपता के कारण शब्द पहचान और शब्दार्थ का बोध प्रभावित हो जाता है।
इस व्यापक अभेद की स्थिति में Parser, Spell Check, Grammar Check, Text to Speech, Speech to Text आदि कोई कार्यक्रम कारगर ढंग से काम नहीं कर सकता। भाषा विश्लेषण, शब्दों का अकारादि क्रम बनाना आदि भी प्रभावित हो सकते हैं। आवश्यकता इस बात की है कि हम सुबह के भूले पूर्व स्थिति में पहुँचें, जिससे प्रौद्योगिकी के लाभ से वंचित न रह जाएँ।
अगर आप इस बात से सहमत हैं, तो Like का बटन दबाएँ, असहमत हैं, तो Dislike का बटन दबाएँ। बहुमत जो कहेगा, वही सबके लिए मान्य होगा। इसलिए आप अपने विचार को स्थापित देखना चाहें, तो अवश्य सम्मति दें।
आपके संपर्क में जो हिंदी प्रेमी विद्वान या अध्येता हों, उनके साथ इसे शेयर कर उन्हें भी इस प्रासंगिक निर्णय में भागीदार बनने के लिए प्रेरित करें।

